रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (Reliance Home Finance Ltd, RHFL) का स्टॉक इन दिनों निवेशकों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि इसका भाव ₹107 से गिरकर करीब ₹4 तक आ गया है। मौजूदा समय में यह शेयर ₹4.37–₹4.78 के बीच ट्रेड कर रहा है, और मार्केट में इसके ट्रेंड पर नजर टिकी है।
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Reliance Home Finance: गिरावट के बाद
RHFL की शुरुआत अफोर्डेबल हाउसिंग लोन, पर्सनल होम लोन, कंस्ट्रक्शन लोन जैसी सेवाओं के लिए हुई थी। कंपनी का फोकस निम्न व मध्यम आय वर्ग के लोगों को किफायती हाउसिंग फाइनेंस उपलब्ध कराना रहा है। हालांकि, बीते वर्षों में फंडिंग क्राइसिस, लोन रिकवरी और वित्तीय परेशानियों के कारण स्टॉक में जोरदार गिरावट आई—2017 का हाई ₹107 से अब ₹4-₹5 तक ठहर गया है। एक साल में निवेशकों को 25% और पांच सालों में 125% का रिटर्न मिला, लेकिन ऑल टाइम हाई से गिरावट 96% तक है।
वर्तमान कीमत और सपोर्ट/रेजिस्टेंस लेवल
- शेयर वर्तमान में ₹4.37 (22 सितंबर, 2025) पर ट्रेड कर रहा है।
- टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार, ₹4.50 का लेवल अहम सपोर्ट है। अगर यह सपोर्ट टूटता है तो अगला स्ट्रॉन्ग सपोर्ट ₹4.10 पर है।
- ऊपर की ओर, रेजिस्टेंस लेवल्स ₹4.90, ₹5.30, ₹5.50 और ₹6.00 पर रहेंगे।
- बाजार विशेषज्ञ इसके ₹6.70 तक जाने की संभावना जता रहे हैं—लगभग 42% अपसाइड टारगेट.
कारोबारी हाल और कंपनी के फंडामेंटल
पैरामीटर | आंकड़े (सितंबर 2025) |
---|---|
मार्केट कैप | ₹202 करोड़ |
वर्तमान भाव | ₹4.37 |
हाई/लो | ₹107 / ₹4.10 |
प्रमोटर होल्डिंग | Reliance Capital |
रेवेन्यू | ₹0.22 करोड़ (TTM) |
प्रॉफिट | ₹24.2 करोड़ |
ROE | -41.86% |
ऋण | NA |
डिविडेंड | —% |
कंपनी का Net Profit और ROE लगातार दबाव में है, लेकिन हालिया तिमाहियों में वॉल्यूम बढ़ी है और लिक्विडिटी में सुधार के संकेत मिले हैं। कारोबार में गिरावट आने के बाद कंपनी ब्रांड की विश्वसनीयता से निचले स्तर पर काफी मजबूत सपोर्ट पाकर इंडिविजुअल खरीदारों का ध्यान आकर्षित कर रही है।
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
Reliance Home Finance बेहद उच्च जोखिम वाली स्मॉलकैप कंपनी है, जिसमें पोटेंशियल अपमूव के साथ-साथ भारी जोखिम भी बना रहता है। टेक्निकल लेवल्स का ध्यान रखना जरूरी है—₹4.50 से ऊपर रहते शेयर में ताकत बनी रह सकती है, जबकि नीचे आते ही कमजोरी बढ़ सकती है। रिटर्न के लिए इसमें ट्रेडिंग और शॉर्ट टर्म अपसाइड पर ही ध्यान दें; दीर्घकालिक निवेश के लिए इसके फंडामेंटल्स एवं वित्तीय हालात पूरी तरह जांच लेना आवश्यक है।